कौन है सबसे ताकतवर

कौन है सबसे ताकतवर

कौन है सबसे ताकतवर

यह कहानी एक किसान और उसकी पत्नी की है, जो दीपावली पर सफाई करते हुए एक चाँदी का सिक्का पाते हैं। हर साल सिक्का उन्हें मिलता है, और वे इसका उपयोग अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने में करते हैं। अंत में, उनके घर के बगीचे में कांच का पुल बनाया जाता है, जो उनके जानवरों के ऊपर से गुजरने पर मजबूत रहता है—लेकिन मजेदार तरीके से, दूध पीने वाली बिल्ली से वह टूट जाता है, जो कहानी में हास्य और जीवन का संदेश जोड़ता है।

कौन है सबसे ताकतवर : Kaun Hai Sabse Takatwar

एक छोटे से शहर में एक किसान अपनी पत्नी के साथ रहता था । उनके पास बहुत थोड़ी-सी जमीन थी ।

वे उस पर खेती करके फसल को बाजार में बेचते थे । इससे उन्हें थोड़े-से पैसे मिलते थे ।

एक बार वे दोनों दीपावली पर घर की सफाई कर रहे थे । तभी उनको लकड़ी के एक पुराने डिब्बे के पीछे से चाँदी का एक सिक्का मिला ।

वे दोनों बहुत खुश हुए । उन्होंने उससे अच्छे बीज और खाद खरीदी ।

इस बार उनके यहाँ बहुत अच्छी फसल हुई ।

अगली दीपावली पर वे फिर सफाई कर रहे थे । तब उन्हें एक और चाँदी का सिक्का मिला ।

इस बार उन्होंने दो बैल खरीदे, जिससे की खेत जोतने में आसानी हो ।

बैलों के साथ काम जल्दी और अच्छा हो जाता था । इस बार फसल पहले से भी ज्यादा अच्छी हुई । अब उनके पास काफी पैसे हो गए थे ।

दीपावली फिर आई । एक बार फिर सफाई करते समय उनको चाँदी का एक सिक्का मिला ।

इस बार उन्होंने तय किया की एक बकरी खरीदी जाए । सिक्के से उन्होंने एक अच्छी-सी बकरी खरीदी जो कि बढ़िया दूध देती थी ।

अब वे खुश-खुशी रहते थे । खेती अच्छी होती थी । धीरे-धीरे उन्होंने कुछ और जमीन भी खरीद ली थी । उनके पास बैल थे खेत जोतने के लिए । अब बकरी भी थी जो दूध देती थी ।

दीपावली फिर आई । सफाई करते समय एक बार फिर उन्हें चाँदी का एक और सिक्का मिला । इस बार उन्होंने उस सिक्के से एक बिल्ली खरीदी । एक सुंदर-सी सफेद बिल्ली ।

किसान की पत्नी बिल्ली को बहुत प्यार करती थी और रोज उसे दूध पिलाती थी । बिल्ली झट-से सारा दूध पी जाती थी ।

इसी तरह एक साल निकल गया । दीपावली फिर से आ गई । एक बार फिर उन दोनों ने सफाई की और उन्हें फिर से मिला चाँदी का एक सिक्का ।

उनके पास अब बहुत से पैसे थे । किसी चीज की कोई कमी नहीं नहीं थी । उनका एक सुंदर घर था, उनके पास बैल थे, एक बकरी थी, एक सुंदर बिल्ली भी थी ।

उन्होंने निश्चय किया किया कि इस सिक्के से वे अपने घर के बगीचे में कांच का एक पुल बनाएँगे ।

इससे उनका घर और भी सुंदर दिखाई देगा । उन्होंने कांच का एक छोटा-सा पल अपने घर के आगे बनवाया । अब वे ये देखना चाहते थे की पुल मजबूत है या नहीं ।

इसलिए उन्होंने खुद पुल पर चढ़ने से पहले बाकी सबको पुल के ऊपर से जाने को कहा ।

पहले बैल चढ़ा, पुल नहीं टुटा । फिर बकरी पुल के ऊपर से गई । पुल नहीं टुटा । लेकिन जैसे ही बिल्ली पुल चढ़ी, पुल टूट गया ।

पता है क्यों ? क्योंकि वह रोज खुशी-खुशी दूध पीती थी और जो रोज दूध पीते हैं, वो सबसे ज्यादा ताकतवर होते हैं – सबसे ज्यादा मजबूत !

सीख (Moral of The Story)
कड़ी मेहनत और छोटे-छोटे अवसरों का उपयोग जीवन को बेहतर बना सकता है।
जो हमें ताकत देता है, वह हमारे अंदर आत्मविश्वास और खुशी भरता है।
जीवन में खुशी और सरलता से सीखना भी महत्वपूर्ण है।

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