सच्चे ज्ञान की खोज

एक राजा, तीन महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर खोजने के लिए यात्रा पर निकलता है – “सबसे अच्छा मित्र कौन है?”, “सबसे अच्छा समय कौन सा है?” और “सबसे अच्छा काम क्या है?”। अपने मंत्रियों से संतुष्ट न होकर, वह एक ऋषि से मिलने जंगल जाता है। ऋषि का उत्तर उसकी क्रियाओं और घटनाओं के माध्यम से मिलता है।
सच्चे ज्ञान की खोज : Sachhe Gyan Ki Khoj
एक राजा ने अपने मंत्री-परिषद के समक्ष तीन प्रश्न किए-
पहला – सबसे अच्छा मित्र कौन ?
दूसरा – सबसे अच्छा समय कौन ?
तीसरा – सबसे अच्छा काम कौन ?
प्रत्येक मंत्री ने उत्तर अलग-अलग सुझाए। किसी ने कहा ज्योतिषी द्वारा निर्धारित समय, कर्म तथा मित्र सर्वश्रेष्ठ है, किसी ने राजा के मित्र के रूप में मंत्री और सेनापति के नाम सुझाए। इन बातों से राजा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। वह जंगल की ओर चला, जहाँ एक ऋषि रहते थे। शाम के समय राजा अपने सिपाहियों सहित घोड़े पर सवार वन में पहुँचा। देखा ऋषि तो वहाँ नहीं, लेकिन एक कुटिया के बगल में एक बूढ़ा व्यक्ति अपना खेत कोड़ रहा है।
वह अपने सिपाहियों को बाहर खड़ा रहने का आदेश देकर उस बूढ़े के निकट गया। ऋषि के बारे में पूछा-बूढ़े ने कहा यह नाम तो उसी का है। राजा ने तीनों प्रश्न ऋषि से किए। ऋषि बीज बो रहे थे, राजा से भी मदद करने को कहा। राजा बीज बोता रहा, लेकिन उसे अपने प्रश्नों का कोई उत्तर नहीं मिला। जब अँधेरा घना हो गया, तो एक घायल के कराहने, चिल्लाने की आवाज सुनायी पड़ी। ऋषि ने राजा से कहा, चलें इसकी मदद करें। घायल व्यक्ति कराह रहा था। जब उसे होश आया तो वह राजा को देखते ही उसके चरणों में गिर पड़ा और क्षमा माँगने लगा।
राजा को आश्चर्य हुआ यह कौन मनुष्य है। वस्तुतः वह राजा को मारने आया था, लेकिन सिपाहियों ने उसे घायल कर दिया था। अब वह राजा से ही क्षमा याचना करने लगा।
राजा को अपने प्रश्नों का उत्तर अभी तक नहीं मिला था। उन्होंने ऋषि से पूछा – ऋषि ने कहा आपके प्रश्नों का उत्तर तो मिल गया। सबसे अच्छा मित्र आपके सामने वाला है। सबसे अच्छा समय वर्तमान और सबसे अच्छा कर्म उपस्थित कर्म है। यदि ऐसा न होता, तो यह व्यक्ति आपका मित्र कैसे हो जाता, जो आपकी हत्या करने आया था?
सीख (Moral of The Story)
सबसे अच्छा मित्र वही है जो आपके साथ है और जिसकी आप सहायता कर सकते हैं।
सबसे अच्छा समय वर्तमान है, क्योंकि केवल इसी समय में आप कार्य कर सकते हैं।
सबसे अच्छा काम वही है, जो तत्काल आवश्यक हो और उचित हो।